पाटलिपुत्रा अर्थमूवर प्राo लिo, के तरफ से पुरे देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई !
Happy Independence Day
पाटलिपुत्रा अर्थमूवर प्राo लिo, पटना (बिहार) के तरफ से पुरे देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई !
जो भरा नहीं है भावों से,
बहती जिसमें रसधार नहीं।
बहती जिसमें रसधार नहीं।
वह हृदय नहीं है पत्थर है,
जिसमें स्वदेश का प्यार नहीं।।
जिसमें स्वदेश का प्यार नहीं।।
- मैथिलीशरण गुप्त
स्वतंत्रता दिवस प्रतिवर्ष 15 अगस्त को मनाया जाता है, भारत में राष्ट्रीय अवकाश के रूप में 15 अगस्त 1947 को यूनाइटेड किंगडम से देश की आजादी की याद में, ब्रिटेन की संसद ने भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम 1947 पारित किया और भारतीय संविधान सभा को विधायी संप्रभुता हस्तांतरित की। 15 अगस्त 1947 को, भारत के पहले प्रधानमंत्री, जवाहरलाल नेहरू ने दिल्ली में लाल किले के लाहौरी गेट के ऊपर भारतीय राष्ट्रीय ध्वज फहराया ।
ध्वजारोहण समारोह, परेड और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ पूरे भारत में स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है। यह एक राष्ट्रीय अवकाश है।
"प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने स्वतंत्रता दिवस भाषण के लिए आम लोगों से सुझाव मांगे हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट पर कहा कि लोग अपना बहुमूल्य समय निकालकर 15 अगस्त के भाषण के लिए सुझाव दें. आम लोग नमो ऐप और MyGov.com पर सुझाव दे सकते हैं.
आम भारतीयों से मिले सुझावों को प्रधानमंत्री 15 अगस्त के भाषण में शामिल कर सकते हैं. हालांकि यह पहली बार नहीं है कि प्रधानमंत्री ने इसके लिए सुझाव मांगे हैं, 15 अगस्त के अलावा भी पीएम मन की बात जैसे कार्यक्रम के लिए लोंगों से सीधे सुझाव मांगते रहे हैं | "
Happy Independence Day
Independence Day is annually celebrated on 15 August, as a national holiday in India commemorating the nation's independence from the United Kingdom on 15 August 1947, the UK Parliament passed the Indian Independence Act 1947 transferring legislative sovereignty to the Indian Constituent Assembly. On 15 August 1947, the first Prime Minister of India, Jawaharlal Nehru raised the Indian national flag above the Lahori Gate of the Red Fort in Delhi.
Independence Day is observed throughout India with flag-hoisting ceremonies, parades and cultural events. It is a national holiday.
Celebration
Independence Day, one of the three National holidays in India (the other two being the Republic Day on 26 January and Mahatma Gandhi's birthday on 2 October), is observed in all Indian states and union territories. On the eve of Independence Day, the President of India delivers the "Address to the Nation". On 15 August, the Prime Minister hoists the Indian flag on the ramparts of the historical site of Red Fort in Delhi. Twenty-one gun shots are fired in honour of the solemn occasion. In his speech, the Prime Minister highlights the past year's achievements, raises important issues and calls for further development. He pays tribute to the leaders of the Indian independence movement. The Indian national anthem, "Jana Gana Mana", is sung.
Flag hoisting ceremonies and cultural programmes take place in governmental and non-governmental institutions throughout the country. Schools and colleges conduct flag hoisting ceremonies and cultural events. Major government buildings are often adorned with strings of lights.In Delhi and some other cities, kite flying adds to the occasion.
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कई सालों पहले, हमने नियति से एक वादा किया था, और अब समय आ गया है कि हम अपना वादा निभायें, पूरी तरह न सही पर बहुत हद तक तो निभायें। आधी रात के समय, जब दुनिया सो रही होगी, भारत जीवन और स्वतंत्रता के लिए जाग जाएगा। ऐसा क्षण आता है, मगर इतिहास में विरले ही आता है, जब हम पुराने से बाहर निकल नए युग में कदम रखते हैं, जब एक युग समाप्त हो जाता है, जब एक देश की लम्बे समय से दबी हुई आत्मा मुक्त होती है। यह संयोग ही है कि इस पवित्र अवसर पर हम भारत और उसके लोगों की सेवा करने के लिए तथा सबसे बढ़कर मानवता की सेवा करने के लिए समर्पित होने की प्रतिज्ञा कर रहे हैं।... आज हम दुर्भाग्य के एक युग को समाप्त कर रहे हैं और भारत पुनः स्वयं को खोज पा रहा है। आज हम जिस उपलब्धि का उत्सव मना रहे हैं, वो केवल एक क़दम है, नए अवसरों के खुलने का। इससे भी बड़ी विजय और उपलब्धियां हमारी प्रतीक्षा कर रही हैं। भारत की सेवा का अर्थ है लाखों-करोड़ों पीड़ितों की सेवा करना। इसका अर्थ है निर्धनता, अज्ञानता, और अवसर की असमानता मिटाना। हमारी पीढ़ी के सबसे महान व्यक्ति की यही इच्छा है कि हर आँख से आंसू मिटे। संभवतः ये हमारे लिए संभव न हो पर जब तक लोगों कि आंखों में आंसू हैं, तब तक हमारा कार्य समाप्त नहीं होगा। आज एक बार फिर वर्षों के संघर्ष के बाद, भारत जागृत और स्वतंत्र है। भविष्य हमें बुला रहा है। हमें कहाँ जाना चाहिए और हमें क्या करना चाहिए, जिससे हम आम आदमी, किसानों और श्रमिकों के लिए स्वतंत्रता और अवसर ला सकें, हम निर्धनता मिटा, एक समृद्ध, लोकतान्त्रिक और प्रगतिशील देश बना सकें। हम ऐसी सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक संस्थाओं को बना सकें जो प्रत्येक स्त्री-पुरुष के लिए जीवन की परिपूर्णता और न्याय सुनिश्चित कर सके? कोई भी देश तब तक महान नहीं बन सकता जब तक उसके लोगों की सोच या कर्म संकीर्ण हैं। -
ट्रिस्ट विद डेस्टिनी भाषण के अंश, जवाहरलाल नेहरूइस भाषण को 20वीं सदी के महानतम भाषणों में से एक माना जाता है।
जय हिन्द ! जय हिन्द की सेना !!
वंदे मातरम !!
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